जिन्दगी का सफर बहुत खूबसूरत है बस जीने भर की देरी होती है. जब कोई बेहद प्यार करने वाला व्यक्ति आपके साथ चलता है तो जिन्दगी का सफर और भी खूबसूरत हो जाता है.जीवन एक ऐसी डगर है जिस पर चलने के लिए किसी न किसी की जरुरत तो होती ही है फिर चाहे वह आपका कोई दोस्त हो, प्रेमी हो या पत्नी. यह हर किसी पर लागू होता है फिर चाहे वह अमीर हो या गरीब.
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अकेलापन जिन्दगी में क्यों ?
जब आप अपने में बिलकुल खो चुके हों और आपके पास जरुरत की हर चीज उपलब्ध हो तो ऐसे में भी आप किसी दोस्त को चाह रखते हैं. अमूमन यह देखा जाता है कि मनुष्य अपने अकेलेपन में या मुसीबत में मानसिक तौर से मदद से ज्यादा सहारे की उम्मीद करता है, उसे खड़े होने के लिए एक हाथ से ज्यादा एक कंधे की जरुरत होती है.
अक्सर देखा गया है कि हम अपने विपरीत सेक्स वाले किसी को “साथी” बनाना पसंद करते हैं. ऐसा शायद मानवीय संवेदनाओं की वजह से हो लेकिन यह भी सत्य है कि एक पुरुष अपनी समस्या स्त्री को बताकर ज्यादा सुकून पाता है और इसी तरह स्त्री भी. यह बात प्रमाणित भी हो चुकी है.
प्यार से भरा रिश्ता
याद रखें किसी साथी को ढ़ूंढने में जल्दबाजी न दिखाएं. आप किसी ऐसे को अपना हमदम चुनें जिसे आप बेहतर ढंग से जानते हों. क्योंकि जिसे आप जानते होंगे वह भी आपको समझता होगा. कई मायनों में जब आप किसी दोस्ती को गहरी करते हैं तो निम्न बातें ध्यान रखने लायक हैं:
1. जिसे आप अपना “साथी” बनाना चाहते हों जरुरी है कि वह भी आपको समझता हो.
2. “साथी” चुनने से पहले अच्छी तरह देख लें कि कहीं कोई और तो नहीं जो आपके लिए ठीक हो.
3. कभी-कभी लंबे रिश्तों से अच्छी होती है पक्की दोस्ती.
दोस्ती भी जरूरी है
जिन्दगी के सफर में दोस्ती का अहसास इतना खास होता है क्योंकि जब आपकों किसी अपने के कंधे की जरूरत होती है तो ऐसे में दोस्त का कंधा ही आपका सहारा बनता है. आप अपने दोस्तों से जितना घुलमिल कर रह सकते हैं उतना किसी और रिश्ते में नहीं. यह सही और प्रमाणित बात है इसलिए अगर राह पर चलना हो तो दोस्ती भी एक मजबूत आधार प्रदान कर सकती है.
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प्यार का अहसास
प्यार एक ऐसा अहसास है जिसे शब्दों में बयां नही किया जा सकता, यह वही सही तरह से समझ सकता है जिसे यह हो. प्यार किसी के लिए जरुरत है तो किसी के लिए यह सहारा भी बनती है. कहने को तो प्यार हर मर्ज की दवा है लेकिन यह भी सच है अगर प्यार में विश्वास न हो तो प्यार इस कठिन डगर में कांटों का काम करती है. और यह बिलकुल गलत बात है कि इश्क आग का दरिया होती है. प्यार के अहसास के बाद आप मानसिक तौर से काफी राहत महसूस करते हैं.
दोस्ती करें सारे जहां में- इंटरनेट से दोस्ती
दोस्ती और प्यार को भौतिक सीमाओं में क्यों बांधें? किसी ऐसे व्यक्ति के साथ ही दोस्ती क्यों जो अपने शहर में रहता हो. इंटरनेट की सहायता से आप बहुत सारे लोगों से सम्पर्क कर उन्हें जान सकते हैं. आज सैकड़ों नेटवर्किंग और डेटिंग साइटों के आ जाने के बाद तो यह और भी आसान हो गया है. पहली बार में ही किसी से मिलने के बजाय इंटरनेट डेटिंग में ऑनलाइन चैटिंग और मेलिंग का आदान-प्रदान करते हुए किसी के विषय में जानकारी ली जाती है. मित्रता या डेटिंग के इच्छुक लोग विभिन्न नेटवर्किंग वेबसाइटों पर अपनी प्रोफाइल बना कर अपना निजी व व्यावसायिक ब्यौरा दर्शाते हैं. हालांकि ऐसे रिश्तों में समय की सीमा के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता.
रिश्तों को समझे
रिश्तों को अपनाने से पहले जिन्दगी में रिश्तों का महत्व समझना जरूरी है तभी आप किसी खास को अपनाने के लिए तैयार हो सकते है.लेकिन पहले निश्चय करें कि आपको चाहिए क्या:
दोस्त : स्कूल से लेकर ऑफिस तक हमें कई लोग मिलते हैं जिनके साथ हमारी दोस्ती होती है. कई हमारे बहुत अच्छे दोस्त बनते हैं तो कुछ सिर्फ दोस्त ही रहते हैं. इसलिए
1. पहले आप अपने सबसे अच्छे दोस्तों की एक लिस्ट बनाइए और हां इसमें पुराने दोस्तों को भी शामिल करें जो आपके बचपन में बने थे. फिर जो सबसे करीबी और आपको समझता हो, उसके साथ अपनी दोस्ती को मजबूत करें.
2. यह बड़ा ही रोचक होता है जब आप अपने किसी पुराने दोस्त को दुबारा मिलते हैं और वह भी आपको उसी तरह याद करता हो जैसे आप.
3. ऐसे दोस्तों को अपने सभी राज बताएं ताकि भविष्य में समय आने पर वह आपकी मदद कर सकें. याद रखें दोस्त ही दोस्त के काम आता है और दोस्ती निभाना दोस्ती करने से लाख गुना मुश्किल है.
प्यार: अगर आप अपने लिए किसी प्यार की तलाश में हैं तो वह भी दो तरह के होते हैं पहला लबे समय के लिए और दूसरा छोटे समयावधि के रिश्ते.
लंबे समय के रिश्तों के लिए: ज्यादा से ज्यादा डेट्स पर जाएं. इससे आपको अपने साथी के व्यक्तित्व को जानने का मौका मिलता है. साथ ही अगर आप चाहें तो पहले परखें मतलब हर किसी के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ाएं जिसके साथ आपको लगता है प्यार करना सही है. बिना पहले से जाने-समझे सीधे किसी से लम्बी अवधि का सम्बन्ध कायम कर लेना मूर्खतापूर्ण कदम है, क्योंकि इससे बाद में दिल भी टूटते हैं और दूसरी परेशानियां भी खड़ी होती हैं जब असलियत सामने आती है. डेटिंग मज़बूत सम्बन्ध बनाने में मदद करती है.
अगर सिर्फ प्यार मतलब के लिए करना हो: यह एक ऐसे रिश्ते की कड़ी होती है जिसका कोई ओर-छोर नहीं होता. ऐसे रिश्ते न सिर्फ आपके दिल को ठेस पहुंचाते हैं बल्कि आपके साथी के दिल को भी.
आगे आपकी जिन्दगी का फैसला आपके हाथ में है वैसे भी किसी ने सच कहा है कि एक व्यक्ति अपने आप को सबसे अच्छी तरह जानता और समझता है तो फिर जानिए अपने आप से कि आपको जिन्दगी में कौन सा रिश्ता चाहिए ?
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