शायद महिलाओं को पहले से पता था और अब तो एक शोध ने भी इस पर मुहर लगा दी है कि “पुरुष महिलाओं को सबसे ज़्यादा रुलाते हैं”.
चार में से तीन महिलाओं का यह कहना है कि उनके साथी उनको सबसे ज़्यादा रुलाते हैं और अगर इन आकड़ों में हम उन महिलाओं के पिता और बेटों को जोड़ दें तो शायद यह आंकड़े और अधिक हो जाएँगे.
लेकिन हाल ही में कराए गए एक विदेशी सर्वे के अनुसार यह भी पता चलता है कि 63 प्रतिशत पुरुष अपनी पत्नियों, गर्लफ्रेंड और यहाँ तक की माताओं के आंसू का कारण होते हैं.
2,000 युवाओं पर किए गए एक सर्वेक्षण से पता चलता है कि ऑफिस में काम का बोझ, बॉस का उनके प्रति रवैया और सह कर्मचारियों के साथ हुए झगड़े का कोप महिलाओं को भुगतना पड़ता है.
ऑफिस में काम के संकट के कारण पिछले छह महीने में 32 प्रतिशत ब्रिटिश महिलाओं और 22 प्रतिशत इंग्लिश पुरुषों के आँसू निकले हैं. हालांकि परिवार के कारण, कार्य और दोस्तों के कारण महिलाएं रोती है परन्तु आधुनिक जीवनशैली के कारण महिलाओं की प्रवृत्ति चिड़चिड़ी सी हो गई है. परन्तु यह समस्या ज़्यादा गंभीर है क्योंकि इससे घुटन बढ़ती है.
डॉ. सारह ब्रेवेर के अनुसार सूखे आंखों की समस्या कंप्यूटर में ज़्यादा देर तक काम करने से, सूखी जगह काम करने से और गर्भनिरोधक गोलियां खाने से होती है जिसके कारण आपका स्वास्थ्य बिगड़ सकता है.
Source: mid-day.com
Read Comments