प्यार का एहसास, अपनी प्रेयसी के साथ बिताए कुछ पलों के बारे में सोच दिल प्रसन्न हो जाता है, परन्तु वहीं उससे बिछुड़ने का एहसास जिंदगी में भूचाल ला देता है और तब आप यह सोचते हैं कि क्या मैं प्यार के मामलों में बदकिस्मत हूं? परन्तु क्या आपने कभी सोचा कि आप क्यों असफल हुए? क्या आपने कभी यह सोचा कि क्या आपने अपने आपको सही से सेल अर्थात सही से प्रस्तुत किया था? अगर नहीं तो अब आपका सोचना होगा और भी आसान क्योंकि जेस मॅक्कन लायी हैं एक किताब जिसका शीर्षक है ‘यू लॉस्ट हिम एट हेलो’ और जो बताएगी कैसे सेल करें अपने आपको. एक कहावत है ‘सेल्स और डेटिंग का एक अजीब संबंध है’, और ‘हर रिश्ता कायम करने के लिए अपने आपको बेचना पड़ता है’. अर्थ यह है कि रिश्ता बनने के लिए आप अपनी प्रतिबद्धता बेचते हैं.
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सेल्स और डेटिंग का सामंजस्य सेल्स अर्थात बेचने से मतलब है “माल और सेवाओं को ग्राहकों को बेचना.” जो एक योजनाबद्ध प्रक्रिया है और जो ‘स्टेप बाई स्टेप’ प्रॉसेस है. संभावनाओं की तलाश करना और अपनी रचनात्मक कलाओं को दूसरों से प्रत्यक्ष प्रस्तुत करना ही सेल्स प्रॉसेस है. आइए देखते हैं कैसे आप सेल्स के द्वारा दूसरों को इम्प्रेस कर सकते हैं. 1 – पहला स्टेप • सही साथी को ढूँढना: संभावना की तलाश करना अगर आप कुछ वर्षों में शादी करने का ख्याल रखते हैं तो अब समय आ गया है कि आप गंभीर हो जाएँ क्योंकि शायद तभी आप एक अच्छा साथी ढूंढ सकते हैं. इसके लिए आपको नए-नए लोगों से मिलना होगा, उनसे पहचान बढ़ानी होगी और उनको दिखाना होगा कि आप क्या चीज़ हो. • कैसे खोजें संभावनाएं:सबसे अधिक संभावना वहीं मिलेंगी जहाँ सबसे अधिक अवसर होंगे. इसके लिए आप को अपनी प्रेमिका के घर में फंसे रहने के बजाय बाहर जाना होगा और बाहर घूमने या मौज़ मस्ती के लिए सबसे अच्छी जगह स्पोर्ट्सबार, पूल हाल्स या काफ़ी शॉप है. • घटनाओं का पूर्वेक्षण करें : हर सप्ताह के अंत में ऐसी कई जगह होगी जहाँ बहुत सारे लड़के-लड़कियाँ आते हों. आपको केवल वह जगह खोजनी है और वहाँ जाना है. उदाहरण के लिए बार क्रॉल जो एक शानदार अवसर प्रदान करते हैं. • रचनात्मक बनें : हर रोज एक जगह ना जाएं क्योंकि इससे संभावना कम होती है. अपनी दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाना चाहिए. इसके लिए अलग-अलग किराना स्टोर या निरंतर जिम भी बदलना चाहिए. • ला ऑफ ऐव्रिज का पालन करें : सेल्स का एक उसूल है कि भले आप कितने भी सक्षम सेल्स वाले या वाली हों आप को रोजाना नया बिज़नेस नहीं मिलता इसे हम ‘ला ऑफ ऐव्रिज’ भी कहते हैं. ‘ला ऑफ ऐव्रिज’ को बढ़ाने का सबसे अच्छा जरिया इंटरनेट है क्योंकि अगर हम इसकी तुलना बार से करते हैं तो बार में सिर्फ कुछ लोग ही समा सकते हैं जबकि इंटनेट में तो गिनती नहीं की जा सकती. लेकिन अंजान लोगों से मिलने से पहले सावधानियों का ध्यान ज़रूर रखें. • सी.ई.ई फैक्टर थिअरी : आप दूसरों में दिलचस्पी तभी लेते हैं जब आपको उस व्यक्ति से उचित संकेत मिलते हैं. इसे हम सी.ई.ई फैक्टर थिअरी (अर्थात स्माइल, आई कांटेक्ट और एनर्जी) कहते हैं. जब आप पहली बार किसी को देखते हैं और अगर आपकी उसमें दिलचस्पी है तो आप सबसे पहले उसके साथ कुछ समय बिताएं, उसकी आँखों में देखकर बात करें और अपनी अच्छी उर्जा का प्रवाह करें इससे वह भी आप में दिलचस्पी दिखाएगा. 2 – दूसरा स्टेप • उसमें दिलचस्पी दिखाएँ : सामान्य रूप से देखा गया है कि लोग आम तौर पर अपनी दिलचस्पी जाहिर नहीं होने देते हैं परन्तु अगर आप सेल्स थिअरी का पालन करें तो यह आपकी जिम्मेदारी बन जाती है कि उनकी दिलचस्पी जानें. • ध्यान दें : अगर कोई व्यक्ति आपको कॉल करने को कहता है परन्तु वह कॉल नहीं करता है तो आपको यह ध्यान देना होगा कि वह आपमें दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है अतः अपना समय बर्बाद ना करें. • दिलचस्पी के प्रारंभिक संकेत : सबसे पहला संकेत लोगों का आपको देखने का नजरिया होता है. दूसरा संकेत उस व्यक्ति के प्रश्न होते हैं और तीसरा संकेत उस व्यक्ति का आपके प्रति रवैया और उसके तरीके होते हैं. अतः इन संकेतों को पहचानना ज़रुरी होता है. • किस का सिद्धांत : अगर आप अपनी पहली डेट पर एक-दूसरे से सामंजस्य नहीं बना सकें तो समझ जाइये कि आपका रिश्ता अब आगे नहीं बढ़ सकता. सामंजस्य बनाने के लिए ज़रुरी है कि आप की.आई.एस.एस सिद्धांत का इस्तेमाल करें (कीप इट शार्ट एंड सिम्पल). “तो दोस्तों शायद अब एक हमसफ़र, एक साथी और एक प्यार की तलाश करना हो जाए और भी आसान”.
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