Menu
blogid : 313 postid : 2131

दोस्तों को नहीं भातीं आपकी अंतरंग तस्वीरें !!

drinking and smoking boyआमतौर पर ऐसा माना जाता है कि हमें पहली बार देखने या मिलने वाला व्यक्ति हमारी वास्तविक विचारधारा और स्वभाव से अवगत नहीं होता, इसीलिए हमारा बाहरी व्यक्तित्व या प्रत्यक्ष सामग्रियां ही उसे हमारे प्रति या तो आकर्षित करती हैं या फिर दूरी बनाने के लिए प्रेरित करती हैं.


अंग्रेजी में एक कहावत हैं फर्स्ट इम्प्रेशन इज अ लास्ट इम्प्रेशन जो हमें यह साफ संकेत देती है कि दूसरों के सामने हम स्वयं को किस तरह प्रदर्शित करते हैं यही हमारे आगे के संबंध का निर्धारण करता है.


एक जमाना था जब लोग स्कूल, कॉलेज में दोस्त बनाया करते थे. लड़कियों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए लड़कों को बहुत मेहनत करनी पड़ती थी. वहीं लड़कियां भी उन्हें आकृष्ट करने का एक भी मौका गंवाना सहन नहीं करती थीं.


लेकिन आज इंटरनेट के जमाने में दोस्त बनाने के मायने और तरीके पूरी तरह परिवर्तित हो चुके हैं. अब चाहे स्कूल कॉलेज में दोस्त बनें ना बनें लेकिन ऑनलाइन फ्रेंड्स की सूची बढ़ाने का शौक सभी को होता है. सोशल नेटवर्किंग साइटों पर मौजूद लोगों को अपने प्रति आकर्षित करने और उन्हें दोस्त बनाने के लिए लगभग सभी पैंतरे अपना लिए जाते हैं. अपनी चयनित की हुई तस्वीर लगाना, दोस्ताना अंदाज में बात करना, खुद को मजाकिया जाहिर करना आदि कुछ बहुत ही मौलिक तरीके हैं जिससे कोई भी व्यक्ति आकर्षित हो सकता है.


उल्लेखनीय है कि जैसे-जैसे फेसबुक और ट्विटर जैसी साइटें लोकप्रिय हो रही हैं, वैसे-वैसे इनसे जुड़े शोध और अध्ययन भी संपन्न किए जा रहे हैं. यह शोध, युवाओं को यह बताने के लिए कि वे कैसे अपनी फ्रेंडलिस्ट और बढ़ा सकते हैं या फिर आपके द्वारा दी गई कैसी सूचनाएं कैसा प्रभाव डालेंगी आदि से संबंधित हैं.


हाल ही में हुआ एक अध्ययन भी इसी कड़ी में एक और नाम कहा जा सकता है.


डेली मेल में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के अनुसार खुद को कूल और मॉडर्न दिखाने के लिए जो लोग साथी के साथ खींची गई अपनी अंतरंग छवियां और शराब पीते या धूम्रपान करती तस्वीरें दूसरों को दिखाने के लिए लगाते हैं, उनका सार्वजनिक प्रदर्शन करते हैं, उनसे अन्य ऑनलाइन यूजर्स दूर रहना ही पसंद करते हैं.


यह शोध लंदन की रेप्यूटेशन 24/7 नामक एक ऑनलाइन वेबसाइट द्वारा किया गया. इस कंपनी से जुड़े अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि ऑनलाइन अपनी प्रतिष्ठा को बनाए रखना और उसे स्थापित करना बिलकुल एक ब्रांड को बाजार में उतारने जैसा है. कोई आपको व्यक्तिगत तौर पर नहीं जानता, वह सिर्फ आपके द्वारा दी गई और प्रदर्शित की गई जानकारियों के आधार पर ही आकर्षित होता है. इतना ही नहीं उसे आपके वास्तविक स्वभाव के बारे में कुछ नहीं पता होता, वह बस आपकी ऑनलाइन प्रोफाइल को भांपने के बाद आपके प्रति अपने विचारों और राय का निर्माण कर लेता है. इसीलिए अगर आप अपनी अश्लील या निजी तस्वीरों या फिर नशा करते हुए खिचवाई गईं तस्वीरों का प्रदर्शन करते हैं तो यह आपकी छवि नकारात्मक प्रमाणित कर सकता है.


इस अध्ययन में शामिल हर 10 में 6 लोगों ने यह स्वीकार किया हैं कि वे ऑनलाइन तस्वीरों और सूचनाओं के आधार पर ही लोगों को परखते हैं.


विदेशों में संबंधों और भावनाओं में खुलापन अपेक्षाकृत अधिक है. वहां अपनी निजी तस्वीरों का प्रदर्शन करना कोई बहुत बड़ी बात नहीं है. प्राय: युवा फेसबुक जैसी अन्य साइटों की सहायता से अपनी अंतरंग तस्वीरें या दोस्तों के साथ शराब पीते हुए जैसी तस्वीरों को देश-विदेश में प्रचारित करना पसंद करते हैं. लेकिन भारतीय परिवेश में यह कृत्य पूर्णत: अनैतिक समझा जाता है. यद्यपि इसके विरोध में किसी भी प्रकार का कोई भी सामाजिक या वैधानिक कानून नहीं है लेकिन ऐसा करना सम्मान और नैतिकता के विरुद्ध ही माना जाता है. विशेषकर अपने साथी के साथ जो पल आप अकेले में बिताते हैं उन्हें सभी के समक्ष कर जहां आप अपनी छवि धूमिल करते हैं वहीं दूसरी ओर उसकी भावानाओं और सम्मान को भी ठेस पहुंचाते हैं. इसीलिए ऐसा करने से बचना चाहिए. आप अपने साथ अपने परिवार और दोस्तों की प्रतिष्ठा के भी रक्षक होते हैं. इस बात को ध्यान में रखकर ही कोई भी कार्य किया जाना चाहिए.


Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh