आरती ने तीन वर्ष पहले अपने पति से तलाक लिया था. उसका विवाह का अनुभव बहुत कड़वा था जिसके बाद दोबारा विवाह ना करने का निर्णय लेते हुए वह अपना सारा ध्यान अपने कॅरियर पर ही देती है. लेकिन कुछ महीने पहले जिस कंपनी में उसने काम करना शुरू किया, इत्तेफाक से उसका पूर्व पति भी वहीं काम करता है. एक साथ काम करना उन दोनों की मजबूरी बन गई है जिसकी वजह से आरती अपना ध्यान काम पर केन्द्रित नहीं पाती है.
वहीं दूसरी ओर राहुल एक लड़की से बेहद प्रेम करता था लेकिन कुछ आपसी परेशानियों की वजह से उन दोनों को अलग होना पड़ा. आज उसे अपनी पूर्व प्रेमिका, जिसका अब विवाह हो चुका है, के साथ काम करना पड़ रहा है. राहुल अपने इस नए व्यावसायिक संबंध को लेकर बहुत परेशान रहने लगा है.
किसी ऐसे व्यक्ति के साथ जीवन व्यतीत करना जिससे आप बेहद लगाव और प्रेम करते हैं सभी के लिए एक सुखद अहसास होता है. भले ही वह आपका प्रेमी हो या फिर जीवन-साथी क्यों ना हो, अगर आप दोनों एक-दूसरे के साथ को एंजॉय करते और आपसी भावनाओं को सांझा करते हैं तो आपके जीवन का सहज और खुशहाल होना स्वाभाविक है. लेकिन कभी-कभार हालात इससे ठीक उलट हो जाते हैं. जिस व्यक्ति से आप प्रेम करते हैं या फिर आपका विवाह किसी ऐसे व्यक्ति से हो जिससे आपका व्यवहार, स्वभाव या मानसिकता कुछ भी मेल ना खाते हों. आप दोनों के बीच आपसी भावनाओं जैसा कुछ ना हो तो निश्चित है कि एक-दूसरे का साथ आपको परेशान और असहज लगता है. हालात और गंभीर बनें इससे बेहतर है कि ऐसे संबंध को वहीं समाप्त कर दिया जाए. प्रेमी या जीवन-साथी से अलग होना मुश्किल तो है लेकिन व्यक्तिगत और पारिवारिक हित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लेना जरूरी बन जाता है.
आजकल जब महिलाएं और पुरुष समान रूप से कार्य करते हैं तो हो सकता है संबंध समाप्ति के बाद भी आपको अपने ऑफिस में अपने पूर्व साथी को देखना पड़े, उसके साथ काम करना पड़े तो परिस्थितियां अनियंत्रित हो सकती हैं. जिस व्यक्ति को भुलाने में आपने इतना समय लगाया या अभी भी उसे भूलने की कोशिश कर रहे हैं ऐसे में जब वह आपके सामने आए और उसके साथ बात करना और काम करना आपकी विवशता बन जाए तो आपका उनकी उपस्थिति से प्रभावित होना स्वाभाविक है साथ ही यह आपके लिए मानसिक और भावनात्मक द्वंद को भी जन्म देता है. इसीलिए अगर मुमकिन हो तो जिस व्यक्ति को आप बहुत पीछे छोड़ आए हैं उससे किसी भी प्रकार का संबंध ना रखें लेकिन अगर उसके साथ मिलना या संबंध रखना मजबूरी बन जाए तो ऐसी परिस्थितियों में आपका सहज बर्ताव करना बहुत जरूरी है. आप निम्नलिखित सुझावों पर अमल कर अपनी परेशानियों से पार पा सकते हैं:
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