सूरज की तेज रोशनी और दम निकाल देने वाला गर्मी का मौसम भले ही एक बार आपके हौसले को समाप्त कर दे लेकिन जिन्हें जॉब पर जाना है या तपती धूप में किसी जरूरी काम से बाहर निकलना है तो उनके लिए कोई बहाना भी काम नहीं करता. वजह चाहे जो भी हो लेकिन सूरज से निकलने वाली अल्ट्रा-वायलेट किरणें त्वचा पर नकारात्मक प्रभाव तो डालती ही हैं.
तेज गर्मी के इस मौसम में स्किन टैनिंग और झांइयां पड़ना एक आम समस्या बन जाती है जिससे निजात पाने के लिए बहुत से लोग छुट्टी का दिन पार्लर या स्पा में बिता कर हजारों रुपए खर्च कर देते हैं. यूं तो विदेशी जमीन पर रोज कोई ना कोई अध्ययन होता ही रहता है, जो भारतीयों के लिए कम ही उपयोगी सिद्ध होते हैं लेकिन हाल ही में हुए एक शोध के बाद जो सामने आया है वह विदेशियों के साथ भारतीयों की त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए बहुत अधिक सहायक है.
खट्टे-मीठे स्वाद वाले टमाटर के बिना भारतीय व्यंजन फीका लगता है लेकिन क्या आपको पता है कि यह आपकी त्वचा को टैनिंग से बचाने और उसे जवान रखने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. हाल ही में हुई एक स्टडी के द्वारा यह प्रमाणित किया गया है कि कड़ी धूप के कारण त्वचा को जो नुकसान होता है उससे निजात पाने के लिए अब आपको अत्याधिक व्यय करने की कोई जरूरत नहीं है उसके लिए तो एक टमाटर ही बहुत है.
लंदन स्थित न्यू कैसल विश्वविद्यालय द्वारा संपन्न इस अध्ययन के बाद यह स्थापित किया गया है कि टमाटर में मौजूद लायकोपाइन तत्व, जिसके कारण टमाटर का रंग लाल होता है वह त्वचा को स्वच्छ रखने के लिए भी उपयोगी होता है. लायकोपाइन मानव त्वचा को सनबर्न से तो बचाता ही है साथ ही बढ़ती उम्र में पड़ने वाली झाइयों से भी छुटकारा दिलाता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि पके हुए टमाटर जिनसे सूप, सॉस, सब्जी आदि बनती है वह उम्र को चुनौती देने मे और भी अधिक प्रभावी सिद्ध होते हैं. त्वचा विशेषज्ञ प्रोफेसर मार्क बिर्च-मकीन का कहना है कि टमाटर का सेवन आपको सूरज की रोशनी से बचा तो नहीं सकता लेकिन अगर आप धूप में चश्मे और अनुकूल वस्त्रों के साथ टमाटरों का पर्याप्त सेवन करें तो आपके लिए बेहद लाभकारी सिद्ध हो सकता है.
स्किन एजिंग से संबंधित झिल्ली जिसे माइटोकॉंड्रिया कहा जाता है, पर टमाटर के सेवन का प्रभाव अधिक जरूरी होता है. क्योंकि यह हमारी त्वचा में ऊर्जा भरने में बेहद सहायक होते हैं.
अध्ययन के अंतर्गत लगभग 21-47 आयुवर्ग में शामिल 20 महिलाओं की त्वचा पर निरीक्षण किया गया. जिनमें आधी महिलाओं को रोज 19 ग्राम जैतून के तेल के साथ 5 चम्मच टमाटर का पेस्ट दिया गया. वहीं अन्य महिलाओं को टमाटर का पेस्ट ना देकर सिर्फ जैतून का तेल ही दिया गया. यह सिलसिला पूरे 12 हफ्तों तक चला. अध्ययन की अवधि समाप्त होने के बाद शोधकर्ताओं ने पाया कि टमाटर का सेवन करने वाली महिलाओं पर सूरज की किरणों का प्रभाव लगभग 33% तक कम होता है.
लंदन की रॉयल सोसाइटी ऑफ मेडिसिन द्वारा पेश इस अध्ययन के अनुसार टमाटरों का अधिक सेवन करने वाली महिलाओं की स्किन बहुत साफ और स्वस्थ रहती है. सूरज से निकलने वाली अल्ट्रा वॉयलेट किरणों के कारण उनकी त्वचा का रंग परिवर्तित होकर लाल या काला नहीं होता. इस अध्ययन की खास बात यह है कि इसके नतीजे सिर्फ विदेशी लोगों पर ही नहीं बल्कि सभी जलवायु वाले लोगों पर सटीक बैठते हैं.
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