यह आम धारणा है कि पुरुषों को रिझाने के लिए महिलाएं खुद को आकर्षक दिखाने की कोशिश करती हैं. यही वजह है कि वह ना सिर्फ अपने मेक-अप और कपड़ों पर ध्यान देती हैं बल्कि अपनी फिगर को भी विशेष महत्व देती हैं. जब भी महिलाएं सजती या फिट रहने के लिए डायटिंग करती है तो यह स्वत: ही मान लिया जाता है कि वह पुरुषों को आकृष्ट करने के लिए ही ऐसा कर रही हैं. वहीं अगर कोई पुरुष तैयार होता है या फिर जिम जाता है तो यह माना जाता है कि वह अपनी फिटनेस और बाहरी व्यक्तित्व को लेकर सचेत है.
लेकिन क्या पुरुषों के विषय में प्रचलित यह धारणा सही है? शायद नहीं, क्योंकि हाल ही में हुआ एक अध्ययन यह स्पष्ट प्रमाणित करता है कि जिस प्रकार महिलाएं पुरुषों को आकर्षित करने के लिए नए-नए तरीके अपनाती हैं उसी प्रकार पुरुष भी महिलाओं को अपनी ओर रिझाने के लिए ही जिम जाकर अपनी फिजिक पर ध्यान देते हैं.
भले ही ऐसे पुरुष देखने में बहुत आकर्षक होते हैं लेकिन पुरुषों की इस आदत का एक नकारात्मक पहलू भी है. वह पुरुष जो अपनी बॉडी पर ज्यादा ध्यान देते हैं वह महिलाओं के प्रति दमनकारी रवैया ही अपनाते हैं. वह महिलाओं को अपने अधीन रखने की हर संभव कोशिश करते हैं इसीलिए महिलाएं उनके साथ किसी संजीदा प्रेम संबंध में नहीं पड़ना चाहतीं. इतना ही नहीं अपनी बॉडी पर अधिक ध्यान देने वाले पुरुष अपने कार्यस्थल पर बेहतर प्रदर्शन भी नहीं कर पाते.
यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टमिनस्टर (ब्रिटेन) द्वारा संपन्न इस अध्ययन की मानें तो पुरुष सुंदर और आकर्षक महिलाओं को अपनी ओर रिझाने के लिए ही बॉडी बिल्डिंग पर विशेष ध्यान देते हैं.
शोध से जुड़े मुख्य वैज्ञानिक डॉ. विरेन स्वामी का कहना है कि अपने शरीर को कठोर और मजबूत बनाने वाले पुरुष अपने प्रभुत्व को दर्शाने के लिए ऐसा करते हैं. वह अपनी ताकत और शक्ति के बल पर खुद को संतुष्टि प्रदान करते हैं.
उपरोक्त अध्ययन को अगर हम भारतीय परिदृश्य के अनुसार देखें तो प्राय: यहां भी पुरुष का सुबह-सुबह जिम जाना और अपनी शारीरिक मजबूती पर ध्यान देना अब एक सामान्य घटनाक्रम बन गया है. महिलाओं और पुरुषों में परस्पर आकर्षण विकसित होना स्वाभाविक है. ऐसे में अगर वह एक-दूसरे को रिझाने के लिए तैयार होते हैं या अपने बाहरी व्यक्तित्व पर ध्यान देते हैं तो इसमें कुछ गलत तो नहीं कहा जा सकता. हां, लेकिन यह सब किस हद तक हो इस बात का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है. वहीं दूसरी ओर ब्रिटिश रिसर्च के अनुसार यह कहा गया है कि बॉडी पर ध्यान देने वाले लोग दमनकारी और कठोर होते हैं, लेकिन निश्चित तौर पर इस कथन को सार्वजनिक तौर पर लागू नहीं किया जा सकता क्योंकि भारत हो या विदेश प्रत्येक व्यक्ति का स्वभाव और उसकी प्राथमिकताएं भिन्न ही होती हैं.
Read Comments