पति-पत्नी और पैसा
आपकी पत्नी ने कभी ना कभी आपसे जरूर कहा होगा कि ‘इतना पैसा फालतू में खर्च नहीं करते हैं और डार्लिंग फिर भविष्य के बारे में भी तो सोचना है’ और इसी बात पर आप बहुत बार अपनी पत्नी पर चिल्लाए होंगे कि ‘क्या हर वक्त पैसों की बात करती हो’. पैसा चीज ही ऐसी है कि पति-पत्नी के रिश्ते के बीच हमेशा लड़ाई का कारण बनता है पर क्या आपने कभी सोचा है कि यह शादी का रिश्ता ही आर्थिक और भावनात्मक सुरक्षा की गांरटी देता है.
ब्रिटेन में हुए एक अध्ययन में कहा गया है कि अगर आप धन की बचत करना चाहते हैं, तो शादी कर लेनी चाहिए क्योंकि शादी आर्थिक और भावनात्मक सुरक्षा की गारंटी देती है. शादी के बाद सामान्य तौर पर आप त्याग करना सीखते हैं और फालतू के खर्च कम करते हैं. ब्रिटेन के सरकारी बैंक ‘नेशनल सेविंग्स एण्ड इंवेस्टमेंट’ द्वारा किए गए इस अध्ययन के मुताबिक शादीशुदा लोग प्रतिमाह करीब 68 पाउंड अर्थात एक वर्ष में 800 पाउंड की बचत करते हैं.
डेली मेल की रिपोर्ट के अनुसार, विवाह के बाद लोग परिवार बढ़ाने, घर खरीदने जैसी कई चीजों के बारे में सोचते हैं. इसके लिये वे फिजूलखर्च में कमी लाकर बचत करते हैं.
शादी से अब इंकार नहीं करेंगे
शादी से जो लोग भागते होंगे वो अब इस रिसर्च को पढ़ने के बाद कुंवारे रहना पसंद नहीं करेंगे. आज की दौड़ती-भागती जिंदगी में हर व्यक्ति बचत करना चाहता है चाहे फिर वो ‘कुंवारा’ ही क्यों ना हो. किसे पता था कि ‘शादी’ जैसा रिश्ता जिससे कुंवारे लोग दूर रहना चाहते हैं वो उनके लिए बचत का तोहफा लेकर आएगा. कुंवारे लोग शादी जैसे रिश्ते से इसलिए दूर रहना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि शादी करने से फालतू के खर्चे बढ़ जाते हैं और बचत नहीं हो पाती है.
क्या सच में शादी गारंटी का नाम है
सच में शादी का दूसरा नाम गारंटी है. शादी एक ऐसा रिश्ता है जिसमें भावनात्मक और आर्थिक गारंटी जरूर मिलती है पर साथ ही शादी जैसे रिश्ते में इस बात का ध्यान रखना होता है कि आप कितनी समझदारी के साथ अपनी जिम्मेदारियां निभाते हैं. शादी जैसे रिश्ते में जिम्मेदारियां भी खुशियां देती हैं.
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