“आंखें मिलीं और समझ गए कि यही प्यार है.” लेकिन कुछ समय बाद आजाद पंछी जैसे जीवन में जब प्रेमी या प्रेमिका का दखल होने लगता है तब बात समझ आती है कि यह प्यार किसी बंदिश से कम नहीं है. आपको हर समय अपने पार्टनर के सवालों का जवाब देने के लिए तैयार रहना पड़ता है. अपने दोस्तों के साथ बाहर जाने के लिए भी अब माता-पिता की नहीं बल्कि साथी की आज्ञा लेनी पड़ती है. हद तो तब हो जाती है जब आपको डिस्को जाना होता है और आपकी प्रेमिका को शॉपिंग करनी है. अब यह बोलने की जरूरत तो है नहीं कि अगर आप किसी और लड़की के साथ डिस्को चले गए तो आपका क्या होगा. बस यही छोटे-छोटे अंतर ही दो लोगों को एक-दूसरे से बहुत दूर ले जाते हैं. फिर उन्हें यह अहसास होता है कि शायद आई लव यू कहने में थोड़ी जल्दबाजी हो गई.
ना मिले होते तभी अच्छा था
पहले का समय और था जब प्रेम को ही अपना सर्वस्व मान लोग अपनी वैयक्तिक इच्छाओं को नजरअंदाज करते थे लेकिन अब हर किसी को अपना स्पेस चाहिए. आज सिर्फ प्रेमी या पति पर ही लोग अपना जीवन केंद्रित नहीं कर लेते बल्कि उन्हें अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और परिवार वालों के अलावा अपने साथ बिताने के लिए भी समय चाहिए. अगर उन्हें यह समय नहीं मिलता या अपने साथी का व्यवहार उन्हें नहीं सुहाता तो उनके पास बस एक ही विकल्प बचता है ब्रेक-अप. वैसे आज की पीढ़ी के लिए ब्रेक-अप करना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन हम सभी इस बात को समझते हैं कि किसी संबंध का टूटना भले ही लंबे समय तक दुख ना पहुंचाए लेकिन कुछ समय के लिए यह दर्द बहुत कष्ट देता है. आप बस यही सोचते रह जाते हैं कि ना मिले होते तभी अच्छा था. [Read- थोड़ा झगड़ा भी जरूरी है ]
लव आजकल फिल्म में हीरो-हिरोइन जितने उत्साह के साथ डेटिंग करते हैं उतने ही उल्लास के साथ वह अपना ब्रेक-अप भी सेलिब्रेट करते हैं. वहीं प्यार के साइड इफेक्ट्स फिल्म में ब्रेक-अप को किसी दयनीय हालत से कम नहीं दिखाया गया. जैसे ब्रेक-अप के बाद बहुत रोना पड़ेगा क्योंकि जितना रोएंगे उतना ही ब्रेक-अप का दर्द कम होगा और अगर रोना न आए तो दर्द भरे नगमें सुनना अच्छा रहेगा. अपने एक्स को भुलाने के लिए आप जी भर के शॉपिंग करें क्योंकि इससे बजट बिगड़ेगा और आपका तनाव दूसरी जगह शिफ्ट हो जाएगा.
खैर यह सब तो फिल्मी बातें हैं. असल जीवन में ब्रेक-अप के बाद खुद को संभालना मुश्किल होता है. लेकिन संबंध समाप्त करने से पहलेही सही तरीके से विचार-विमर्श कर लिया जाए जिससे आप आपसी सहमति के साथ एक-दूसरे से दूर चले जाएं और कभी रास्ते में टकरा भी जाएं तो अजनबियों की तरह गुजरना ना पड़े. वॉल्तेयर ने कहा था कि प्रेम दार्शनिकों को मूर्ख और मूर्खों को दार्शनिक बना देता है. संबंध जितना गहरा होता है उसके टूटने का गम भी उतना ही कष्ट देता है. इसीलिए छोटे से झगड़े को ब्रेक-अप में बदलने से पहले कुछ बातों को समझ लें.
गुस्से में कभी ना दोहराएं यह गलती !!]
1. आपको समझना होगा कि हर रिश्ते में कभी न कभी उतार-चढ़ाव आते हैं. आपसी समझदारी और बातचीत से आप अपने बीच हुए झगड़े को सुलझा सकते हैं.
2. अगर आप काफी समय से एक-दूसरे के साथ हैं और किसी कारण आपको अलग होना पड़ रहा है तो बेहतर है ब्रेक-अप करने से पहले किसी काउंसलर की मदद लें.
3. बेहतर है कि आप किसी ऐसे व्यक्ति से सुझाव या सहायता लें जो आप दोनों को अच्छे से समझता हो. जो निष्पक्षता के साथ आपकी बात को समझते हुए आपको सही सलाह दे.
4. रिश्ते बनाना बहुत आसान है लेकिन उन्हें निभाना उतना ही मुश्किल. आपको अपने संबंध में पारदर्शिता बनाए रखनी चाहिए और इसके साथ ही अपने हितों के स्थान पर सामूहिक हितों पर ध्यान देना चाहिए.
5. अगर सभी कोशिशों के बावजूद आपके लिए अपने संबंध को निभाना मुश्किल लग रहा है तो बेहतर है आप अलग हो जाएं. लेकिन एक बार निर्णय ले लेने के बाद फिर अपनी भावनाओं को उस पर हावी न होने दें. [ Read – शादी से दूरी कैसी जनाब ]
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