फेसबुक और ट्विटर जैसी साइटें आजकल युवाओं को बहुत पसंद आ रही हैं. उनके लिए तो जैसे उनकी दुनिया ही इंटरनेट के आसपास तक ही सिमट कर रह गई है. सोशल नेटवर्किंग साइट पर वे किसी भी अनजान और दूरदराज बैठे लोगों से संपर्क साध सकते हैं. फेसबुक पर वह दोस्त बनाते हैं, टाइमपास करते हैं और अब तो गर्लफ्रेंड भी बनाते हैं.
लेकिन बेचारे यह बात नहीं समझ पाते कि जिस लड़की पर वो लाइन मार रहे हैं असल में वह उन्हें बेवकूफ बनाकर अपने जाल में फंसा रही होती है.
यकीन नहीं होता तो हाल ही में हुए अध्ययन के नतीजों पर गौर कीजिए. यह अध्ययन साफ कहता है कि जो लड़कियां चैटिंग के दौरान बड़ी-बड़ी बातें करती हैं और कुछ भी कर गुजरने की कसमें खाती हैं वह खुद को फ्री माइंडेड और अपने जीवन को आकर्षक दिखाने के लिए सब कुछ बढ़ा-चढ़ाकर बोलती हैं.
करीब दो हजार महिलाओं पर संपन्न इस अध्ययन के द्वारा यह बात प्रमाणित की गई है कि जब महिलाएं घर पर बोरिंग हॉलिडेज मना रही होती हैं तो वे चैटिंग के दौरान अपने दोस्तों से ये कहती हैं कि वह विदेश में छुट्टियां एंजॉय कर रही हैं.
ब्रिटेन के डेली टेलीग्राफ में प्रकाशित इस अध्ययन की रिपोर्ट के अनुसार महिलाएं अपने दोस्तों और संबंधियों को आकर्षित करने और अन्य लोगों को प्रभावित करने के लिए ऐसे झूठ बोला करती हैं. इतना ही नहीं अपनी बोरिंग जिंदगी को दिलचस्प दिखाने के लिए भी महिलाएं ऐसा करती हैं.
वनपोल डॉट कॉम द्वारा करवाए गए इस अध्ययन में शामिल हर 4 में से एक महिला का यह कहना था कि वह घर पर होती हैं तो यह कहती हैं कि ऑफिस के काम से बाहर गई हुई हैं. यहां तक कि घर का काम करते हुए उनका पूरा दिन निकल जाता है और वह अपने फेसबुक फ्रेंड्स को ये कहती हैं कि वे पूरा दिन पार्टी कर रही थीं. औसतन कहा जाए तो हर महिला ने यह स्वीकार किया है कि वह महीने में कम से कम तीन बार तो झूठ का सहारा लेती ही हैं. जबकि दस में से एक तो कहा है कि वह सप्ताह में कम से कम दो बार तो झूठ बोल ही देती हैं.
सर्वेक्षण की स्थापनाओं के अनुसार तो यह भी सामने आया है कि खुद को मॉडर्न और खुले विचारों वाला दर्शाने के लिए बहुत सी महिलाएं कहती हैं कि वह इस समय ड्रिंक कर रही हैं, जबकि असल में ऐसा कुछ नहीं होता.
उपरोक्त अध्ययन के अनुसार तो यह कहना सही होगा कि महिलाएं झूठी होती हैं. लेकिन क्या भारतीय महिलाएं भी चर्चित और फेमस होने के लिए ऑनलाइन झूठ का सहारा लेती हैं? वर्तमान परिदृश्य के अनुसार तो जवाब ‘हां’ में होगा क्योंकि प्राय: छोटी-छोटी बातों पर महिलाओं के मुंह से झूठ निकल ही जाता है. और जब बात हो ऑनलाइन चैटिंग की तो वह यह जानती हैं कि कौन सा कोई उन्हें देखने आ रहा है. बस इसीलिए वह बिंदास झूठ बोलती हैं. लेकिन एक बात और है जो ध्यान रखी जानी चाहिए कि महिलाएं स्वभावत: झूठ नहीं बोलतीं बल्कि सामाजिक चकाचौंध और आधुनिक दिखाने की होड़ के चलते वह खुद को वैसा नहीं दिखा पातीं जैसे की वह खुद हैं.
‘सेक्स’ के लिए जान-पहचान की क्या जरूरत
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