आजकल के युवाओं खासकर युवतियों के बीच अपने फिगर को लेकर काफी जागरुकता फैलने लगी है. जहां एक ओर वो अपनी फेवरेट सेलेब्स की तरह फिट एंड फाइन दिखने के लिए अपना वजन कम कैसे करें इसी विषय में सोचती रहती हैं वहीं दूसरी ओर पढ़ाई-लिखाई से किनारा कर वह उनका मस्तिष्क सिर्फ और सिर्फ वह और अधिक आकर्षक कैसे लग सकती हैं इसी पर केन्द्रित रहने लगा है.
खैर यह बात तो और है लेकिन जहां तक डायटिंग की बात है वह एक सामान्य युवती के शरीर के साथ-साथ भावनात्मक तौर पर उसे बहुत आहत करता है. डायटिंग करते-करते भले ही वह अपना वजन ना कर पाए लेकिन उसकी मानसिक दशा बदहाल हो जाती है, इस बात में कोई शक नहीं है. युवक तो फिर भी जिम जाने के साथ-साथ संतुलित आहार लेते हैं लेकिन लड़कियां फिट रहने से ज्यादा जीरो साइज फिगर रखने में ज्यादा भरोसा रखती हैं. इतना ही नहीं उनका उद्देश्य सिर्फ पतला होना ही होता है इसीलिए खाना छोड़ देने से वह खुद को इस बात के लिए आश्वस्त कर लेती हैं कि उनका वजन कम हो ही जाएगा.
लेकिन अगर किसी वजह से ऐसा नहीं हो पाता तो….. ऐसे हालातों में एक लड़की को ऐसी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है जो उसे अन्य युवतियों से पीछे ढकेल देते हैं क्योंकि वह मानसिक तौर पर बहुत पीछे छूट चुकी होती है.
वजन कम करने के लिए संतुलित आहार लिया जाए तो ठीक है लेकिन पतले होने के लिए बिना किसी डायटीशियन की सलाह लिए अगर डायटिंग की जाती है तो इसके निम्नलिखित दुष्परिणामों का सामना करना पड़ सकता है.
1. अवसाद: हालिया अमेरिकन रिसर्च में यह बात प्रमाणित की गई है कि डायटिंग करने के लिए लोग सादा खाना खाने लगते हैं, वह सब्जियां, फल और चटपटा खाना छोड़ देते हैं इसीलिए वह मानसिक रूप से परेशान और हालात बिगड़ने पर अवसाद ग्रस्त भी हो जाते हैं जबकि वेस्टर्न डाइट रखने वाले लोगों में यह व्यवहार नहीं पाया जाता. भारतीय परिप्रेक्ष्य में भी व्यक्ति के आचरण और उसके व्यवहार को उसके द्वारा सेवन किए जाने वाला खाद्य पदार्थ प्रभावित करता है इसीलिए अगर आप सादे खाने का सेवन ज्यादा कर लेते हैं तो यह आपको अवसाद की चपेट में भी डाल सकता है.
2. आपके आत्मविश्वास में कमी: अगर आपको लगता है आपके मोटापे या अधिक वजन की वजह से आपके आत्मविश्वास में कमी आ रही है तो हम आपको बता दें कि विशेषज्ञों का कहना है कि संतुलित आहार और आपके आत्मविश्वास में सीधा संबंध होता है. अगर आप कैलोरी की मात्रा का जरूरी सेवन भी नहीं करेंगे तो यह आपके आत्मविश्वास और अन्य लोगों के साथ सामाजिक संबंध बनाने की क्षमता को खत्म कर आपके शारीरिक ढांचे को भी प्रभावित करेगा.
3. तनाव: नेशनल ईटिंग डिसॉर्डर एसोसिएशन के अनुसार डायटिंग करने वाले लोग अन्य लोगों की अपेक्षा कुछ ज्यादा तनाव में रहते हैं. हर छोटी-छोटी बात पर वो चिढ़ने लगते हैं इतना ही नहीं जिस तरह ज्यादा खाना खाना सेहत को प्रभावित करता है उसी तरह ना खाना भी आपको तनाव में डालता है. हमारे खाने में कुछ तत्व ऐसे होते हैं जो मस्तिष्क को तनाव रहित रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं लेकिन अगर उनका पर्याप्त सेवन ना किया जाए तो यह प्रतिकूल प्रभाव छोड़ता है.
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