पायल और नेहा दो पक्की सहेलियां हैं, जिनमें से एक पायल ने लव मैरेज की है और हाल ही में नेहा का परंपरागत तरीके से विवाह संपन्न हुआ है. हालांकि विवाह के पश्चात पायल की भी ससुराल में जिन्दगी उठा-पठक में ही बीत रही है लेकिन नेहा के साथ यह समस्या कुछ ज्यादा ही गंभीर है क्योंकि शादी से पहले उसे अपने होने वाले साथी के साथ समय बिताने, उसे समझने, उसे अपनी अपेक्षाओं के बारे में समझाने का वक्त नहीं मिला और इसी का खामियाजा उसे अब भुगतना पड़ रहा है. नेहा और उसके पति के बीच आए दिन कोई ना कोई खिचपिच लगी ही रहती है जो सीधे तौर पर उसके विवाहित जीवन में खलबली मचाकर रख दी है.
अगर आप भी अपने अरेंज्ड मैरेज करने के बाद अपने साथी के साथ समझ नहीं बैठा पा रहे हैं या अरेंज्ड मैरेज करने ज रहे हैं तो हम आपको बताते हैं कि किन-किन परेशानियों से आपका सामना हो सकता है और इनसे निपटने के उपाय क्या हो सकते हैं:
दुर्व्यवहार की शिकायत: अधिकांश नवदंपत्तियों को अपने साथी से यही समस्या होती है कि उनका व्यवहार सही नहीं है, वह सही तरीके से उनके स्ज़ाथ पेश नहीं आते. अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से दो-चार हो रहे हैं तो पहले ये समझें कि क्या वाकई आपके साथी आपसे सही तरीके से पेश नहीं आते या फिर उनका स्वभाव ही ऐसा है. उन्हें समझे बिना या समझने की कोशिश किए बिना आप इस बात का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं कि आपका साथी आपके साथ उपयुक्त व्यवहार नहीं करता. हां, अगर सबकुछ जानने और समझने के बाद भी आपको यही लगता है कि कुछ समस्या है, तो आप उनसे अपने दिल की सारे बातें सह दीजिए क्योंकि यह संबंध साल, दो साल का नहीं बल्कि जीवनभर का है.
आत्म केन्द्रित होना: यह बात आपको समझनी चाहिए कि शादी के बाद आप दोनों एक दूसरे से पूरी तरह जुड़ गए हैं और जब दो व्यक्ति आपस में जुड़े होते हैं तो उन्हें जरूरत यही होती है कि अपने से पहले दूसरे की सोचे. इसीलिए अगर अब तक आप सिर्फ ‘मैं,मेरा और मुझे’ की अवधारणा पर चलते थे तो आपको जरूरत है खुद से पहले अपने साथी के हितों की सोचने की.
काम ही प्राथमिकता है: अपने काम को महत्व देना सही है लेकिन ध्यान रखिए कि कहीं ये महत्व आपकी प्राथमिकता ही तो नहीं बनता जा रहा. कहीं आप विवाह के पश्चात भी अपना ज्यादातर समय ऑफिस में ही तो नहीं बिता रहे? अगर ऐसा है तो आपको जल्द से जल्द अपनी यह आदत बदल लेनी चाहिए.
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