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ब्वॉयफ्रेंड को मैसेज किया तो हो जाएगा ब्रेक-अप

निशा ने अपने ब्वॉयफ्रेंड साहिल के साथ रोमांटिक डेट पर जाने का प्लान बनाया था. दोनों ने ऑफिस से छुट्टी भी ली लेकिन अंत समय पर साहिल को किसी जरूरी काम से ऑफिस जाना पड़ा, जिसकी वजह से उन दोनों का डेट पर जाने का प्लान कैंसल हो गया. ऑफिस से फ्री होने के बाद साहिल ने कई बार निशा को फोन करने की कोशिश की लेकिन अपने ब्वॉयफ्रेंड के इस हरकत से नाराज निशा ने उसका फोन उठाने की बजाय गुस्से में उसे मैसेज करने शुरू कर दिए. पहले तो साहिल उसे एसएमएस के जरिए मनाता रहा लेकिन जब निशा उसकी बात सुनने के लिए राजी नहीं हुई तो साहिल का पारा भी चढ़ गया और एसएमएस पर बात करते-करते ही दोनों में लड़ाई छिड़ गई. अब हालत यह है कि साहिल और निशा एक-दूसरे से बात करना तो दूर एक-दूसरे की शक्ल देखने के लिए भी तैयार नहीं हैं.


यह कहानी सिर्फ इस एक प्रेमी जोड़े की नहीं है क्योंकि अधिकांश मामलों में जब किसी कपल में मनमुटाव हो जाता है तो वह फोन पर बात करके या एक-दूसरे से मिलकर अपनी सभी परेशानियों का हल खोजने की बजाय एसएमएस करके अपना क्रोध दूसरे पर उतारने लगते हैं और जाहिर सी बात है कि सिर्फ एक एसएमएस का जवाब पाकर आप यह अंदाजा नहीं लगा सकते कि उस समय आपके साथी का मूड कैसा है, वह कितने क्रोध में हैं या वह किस मूड में आपसे बात कर रहे हैं, इसीलिए बात बढ़ते-बढ़ते बहुत ज्यादा बढ़ जाती है, इतनी कि आपके लिए उसे संभालना तक मुश्किल हो जाता है.


अब पता चलेगा पतिदेव क्यों झूठ बोल रहे हैं!!


हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह सामने आया है कि लिखे हुए शब्द एक खालीपन का एहसास करवाते हैं जबकि इसके विपरीत भले ही आप क्रोधित हो लेकिन अगर अपने पार्टनर से बात करते हैं तो जो भी गलतफहमियां या मतभेद हैं वह अपेक्षाकृत जल्दी और आसानी से सुलझ जाते हैं.लिटिल व्‍हाइट वाईस के लेखक और मनोचिकित्‍सक इश मेजर द्वारा संपन्न इस अध्ययन के अनुसार अगर प्रेमी जोड़ा या शादीशुदा लोग आपसी लड़ाई को बढ़ने नहीं देना चाहते तो आप अपने साथी से मैसेज भेजने के स्थान पर उनसे सीधे बात करें. फिर चाहे फोन पर आप एक-दूसरे से कितना ही क्यों न झगड़ लें लेकिन आप अपने पार्टनर के बोलने के तरीके से यह समझ लेते हैं कि वह कितने गुस्से में हैं इसीलिए आप उन्हें शांत करवाने का प्रयास करते हैं या फिर वो आपको समझाने लगते हैं, ऐसे में निश्चित तौर पर आपका झगड़ा सुलझ सकता है.


इसके अलावा मनोवैज्ञानिक और लेखक जेवियर एमेडर का भी यही कहना है कि एसएमएस के जरिए आप अपनी बात ठीक ढंग से नहीं कह पाते. आप चाहें भी तो गुस्से की वजह से आप बात को सुलझा पाने में नाकाम सिद्ध होते हैं इसीलिए कहते हैं जब भी आपकी अपने ब्वॉयफ्रेंड से या फिर अन्य किसी से लड़ाई हो तो आप आम-सामने रहकर उनसे बात क्लीयर करें. इससे आप उनकी बॉडी लैग्वेज को भी आसानी से समझ पाएंगे और इसी के अनुसार उनसे डील कर पाने में सक्षम होंगे.

अब अगली बार आप कभी भी अपने ब्वॉय़फ्रेंड या गर्लफ्रेंड से झगड़ें तो उनके फोन का जवाब जरूर दें अगर वो ज्यादा रूठे हुए हैं और खुद फोन नहीं कर रहे तो अगर पहल आप करते हैं तो इसमें भी कोई बुराई नहीं है.

मैं क्यों बताऊं मेरा ब्वॉयफ्रेंड है ….!!

कहीं आप ऑनलाइन शॉपिंग के बीमार तो नहीं!!

अपने लिए तोहफा खरीदने का समय आ गया है

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