यह ऐसी कहानी है जिसे जानने के बाद आपकी आंखों में आंसू भर जाएंगे. इसे सुनने के बाद आपको विश्वास हो जाएगा कि कहीं ना कहीं इस दुनिया में एक ऐसी ताकत मौजूद है जिसने पहले से ही हमारे लिए सब कुछ निर्धारित करके रखा है, जिसकी मर्जी के आगे इंसान की तो कोई बिसात ही नहीं है. जन्म से लेकर मृत्यु तक का समय आपके विचार और सोच से कहीं पहले तय हो चुका होता है, जिसकी भनक कभी किसी को नहीं होती. इस मां की कहानी किसी की भी आंखों में आंसू ला सकती है जिसे कुछ समय पहले डॉक्टरों ने साफ कह दिया था कि वह कभी मातृत्व ग्रहण नहीं कर सकती.
ओहियो की रहने वाली सारा नाम की इस महिला ने दो ऐसी अनोखी जुड़वा बच्चियों को जन्म दिया जिनके बारे में कहा जाता है कि ऐसा 285 जुड़वा बच्चों में सिर्फ एक ही जोड़े के साथ होता है.
पैदा होते ही ‘मोनोआमनिऑटिक ट्विंस’ नाम से इन दो जुड़वा बच्चियों ने अपनी पहचान बना ली और ऐसे ट्विंस बहुत ही दुर्लभ होते हैं. सारा जब गर्भवती थी तो डॉक्टरों ने उसे कहा था कि उसके बच्चे के जीने की संभावना बहुत कम है. डॉक्टरों का कहना था कि जिस बच्चे को वो जन्म देने वाली है या तो वो किसी शारीरिक दोष के साथ पैदा होगा या फिर उसकी जान को खतरा हो सकता है.
परंतु वक्त से पहले पैदा होने पर भी सारा की बच्चियां पूरी तरह स्वस्थ हैं. साझे एमनियोटिक साक और नाल के साथ जन्म लेने वाली ये दो बच्चियां जब पैदा हुईं तो दोनों ने एक-दूसरे का हाथ थामा हुआ था जिसे देखकर डॉक्टर्स भी आश्चर्यचकित थे. डॉक्टरों ने जब इन दो मासूमों को देखा तो वह हैरान रह गए कि कैसे गर्भ में ही ये दोनों एक-दूसरे का हाथ पकड़कर बैठी थीं.
करीब 57 दिनों तक अस्पताल में एडमिट रहने के बाद सारा ने अपने बच्चियों को जन्म दिया. कभी डॉक्टरों ने उसके मां बनने की संभावना पर ही प्रश्नचिह्न लगा दिया था और आज वह 1 बेटे और दो जुड़वा बेटियों की मां हैं.
डॉक्टरों की मानें तो यह दो जुड़वा बच्चियां कुदरत का एक चमत्कार हैं. वैसे ऐसा सिर्फ 285 जुड़वा में से किसी एक के साथ ही होता है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस अस्पताल में जल्द ही एक मां ऐसे ही जुड़वा बच्चों को जन्म देने वाली है. शायद इस अस्पताल के पानी में ही कुछ बात है…..
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