कॉलेज में पढने वाला विकास अपने साथ पढ़ने वाली श्रुति को बहुत पसंद करता है. लेकिन अपनी भावनाओं को ना तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करता है और ना ही श्रुति को इस बारे में कुछ बताता है. अब इसमें उसकी भी कोई गलती नहीं है, क्योंकि अभी तक वह यही समझ नहीं पाया कि श्रुति उसे केवल एक दोस्त की तरह ही पसंद करती है या उसके दिल में भी विकास के प्रति कोई लगाव है. उसके कुछ कहने से कहीं दोस्ती का रिश्ता भी ना टूट जाए.
यही हाल एक कॉरपोरेट ऑफिस में काम करने वाले साहिल का है. वह भी अपनी कलीग शालिनी की ओर खुद को आकर्षित महसूस करता है. लेकिन ऑफिस का माहौल और काम के प्रति दोनों की प्रतिबद्धता उसे अपनी भावनाएं व्यक्त करने से रोक देती हैं. काफी समय साथ गुजारने के बाद भी वह इसी उधेड़बुन में है कि शालिनी उसके साथ निजी संबंध रखना भी चाहती है या सिर्फ दोनों के बीच प्रोफेशनल संबंध को ठीक समझती है.
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ऐसी परिस्थितियों में एक पुरानी कहावत याद आती है, “यह इश्क नहीं आसां, एक आग का दरिया है और डूब के जाना है.” अगर आप भी किसी लड़की को पसंद करते हैं और अपने प्रति उसकी भावनाओं को भांपने में खुद को असफल पाते हैं तो लड़कियों के कुछ स्वाभाविक सिग्नल आपको उनकी भावनाओं को पहचानने में सहायक हो सकते हैं.
वैसे आमतौर पर तो लड़कियां अपनी भावनाओं को छुपा नहीं पातीं. लेकिन कभी-कभी हालात ऐसे पैदा हो जाते हैं कि ना चाहते हुए भी उन्हें अपने मनोभावों को छुपाना ही पड़ता है. ऐसे में अगर आप उपरोक्त बिंदुओं की ओर ध्यान देंगे तो शायद खुद ही अपने प्रति उनकी भावनाओं को समझ जाएंगे और अगर सिग्नल पॉजिटिव लगें, तो आप अपने रिश्ते की पहल भी कर सकते हैं.Next…
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