आप कोई फैशन मैगजीन उठाते हैं उसमें किसी फिल्म स्टार की फोटो देखते हैं, बस उसे देखते ही रह जाते हैं, उनका स्टाइल, चेहरा, स्मार्टनेस, खूबसूरती वो सबकुछ जो भी उसे खास बनाता है. बस यहीं से शुरूआत होती है तनाव की. आपको पता भी नहीं चल पाता कि तनाव आप पर कब और कैसे हावी हो गया. वहीं दूसरी तरफ अगर आप एक फिल्मी सितारे या मॉडलिंग में कॅरियर आजमाना चाहते हैं तो तनाव 30 फीसदी ज्यादा बढ़ सकता है. ऐसा हम नहीं बल्कि मनोवैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोर्ध का दावा है.
तो देखा आपने, आपके आसपास की चीजें आपको कब प्रभावित करना शुरू कर देगी आपको खुद पता नहीं चलेगा. इसी तरह इन दिनों सोशल मीडिया का क्रेज युवाओं के सिर चढ़कर बोल रहा है लेकिन हम में से ज्यादातर लोग ये नहीं जानते कि सोशल मीडिया हमारे दिल और दिमाग पर काबिज होने के साथ बेहद चौंका देने वाले तथ्यों से भरा पड़ा है. आइए, जानते हैं सोशल मीडिया के ऐसे चौंका देने वाले तथ्य.
‘पिज्जा’ पर होती है सबसे ज्यादा चर्चा
आपको जानकर हैरानी होगी कि पिज्जा ऐसा स्नैक्स है जिसकी चर्चा सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा होती है. बल्कि कई बार तो ये टॉप ट्रेडिंग में भी शामिल हो चुका है.
दुनिया के लगभग हर नेता है ट्विटर पर
संयुक्त राष्ट्र के लगभग 85 प्रतिशत सदस्य ट्विटर पर जुड़े हुए हैं. इनके अलावा देशों के प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और चर्चित नेता भी ट्विटर पर मौजूद है.
हर तीसरे नए शादीशुदा जोड़े की लवस्टोरी शुरू होती है यहां
नेशनल अकादमी ऑफ साइंस की रिपोर्ट के अनुसार 2005 से 2012 के बीच जितनी शादियां हुई, उनमें से हर तीसरी जोड़ी सोशल मीडिया वेबसाइट्स पर बनी थी. इनमें सबसे ऊपर नाम टिंडर और डेटिंग साइट्स का है.
20 प्रतिशत तलाक होते हैं सोशल मीडिया के कारण
वाट्सअप पर चाहे कोई लास्ट सीन छुपा ले या फेसबुक पर चैट ऑफ करके ऑनलाइन रहे. इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता कि आधुनिक युग में ज्यादातर रिश्ते टूटने की वजह सोशल मीडिया साइट्स ही होती है.
सोशल मीडिया पर है लाखों बच्चों के अकाउंट
वैसे तो किसी भी सोशल साइट पर अकाउंट बनाना कोई मुश्किल काम नहीं है लेकिन ज्यादातर सोशल साइट्स पर 18 से कम उम्र के बच्चों के अकाउंट बनाने की पाबंदी लगाई गई है लेकिन आजकल के बच्चे कोई न कोई तरीका निकाल ही लेते हैं.
फेसबुक पर मरे हुए लोगों के, किसी देश की जनसंख्या जितने अकाउंट हैं.
दुनिया में रोजाना बहुत मौतें होती हैं. बहुत से फेसबुक अकाउंट एडमिन भी रोजाना मरते हैं. ज़्यादातर लोग अपने अकाउंट का पासवर्ड अपने तक रखते हैं इसी वजह पर फेसबुक पर मरे हुए लोगों के अकाउंट की संख्या करोड़ों तक पहुंचती जा रही है.
ज्यादातर लोग शुक्रवार को करते हैं सोशल मीडिया का इस्तेमाल
आजकल लोगों के पास किसी काम के लिए फुर्सत नहीं है लेकिन फिर भी दुनिया में सोशल मीडिया पर लोगों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. खासकर शुक्रवार के दिन लोग सोशल मीडिया साइट्स का इस्तेमाल सबसे ज्यादा करते हैं.
25 लोग सोशल मीडिया की प्राइवेसी सेटिंग से करते हैं छेड़छाड़
आपको जानकर हैरानी होगी कि सिर्फ दुनिया के 25 प्रतिशत लोग ही सोशल मीडिया की वेबसाइट्स की प्राइवेसी के साथ छेड़छाड़ करते हैं. बाकी के लोगों को इसमें कोई दिलचस्पी नहीं होती.
हर अच्छे-बुरे काम के बाद सोशल मीडिया को खंगालते है लोग
आपने कोई अच्छा काम किया है या बुरा लेकिन आप और दिनों से अलग काम करने के बाद सोशल मीडिया पर जरूर जाते हैं. चाहे तो अगली बार खुद अपनी आदत देख लीजिएगा.
डिप्रेशन की सबसे ज्यादा वजहों में से के सोशल मीडिया
आप कोई भी सोशल साइट खोलते हैं और आपको कोई न कोई बात सोचकर डिप्रेशन होना शुरू हो जाता है. जैसे आपके किसी खास दोस्त ने आपकी फोटो लाइक नहीं की, आपके लिए बुरे कमेंट वगैरह-वगैरह…Next
Read more
फेसबुक पर इस काम के लिए महिला को हो सकती है 15 साल की सजा
फेसबुक पर इस पेज को लाइक करवाने के लिए घर पर भेजे गुंडे
खतरे की आहट को समझिए, कभी न करें अपने फेसबुक पर ऐसी चीजें पोस्ट
Read Comments